आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "surma-saa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "surma-saa"
ग़ज़ल
दिल की चोरी में जो चश्म-ए-सुर्मा-सा पकड़ी गई
वो था चीन-ए-ज़ुल्फ़ में ये बे-ख़ता पकड़ी गई
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
नज़र आईं मुझे तक़दीर की गहराइयाँ इस में
न पूछ ऐ हम-नशीं मुझ से वो चश्म-ए-सुर्मा-सा क्या है
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
इक नज़र तू ने न देखा बिस्मिलान-ए-ज़ार को
लोग तेरा ज़िक्र-ए-चश्म-ए-सुर्मा-सा करते रहे
ख़लील-उर-रहमान राज़
ग़ज़ल
वुफ़ूर-ए-नश्शा से रंगत सियाह सी है मिरी
जला हूँ मैं भी अजब चश्म-ए-सुर्मा-सा के लिए
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल
क्या ख़ाक आब-दारी-ए-तेग़ उस से हो कि है
वो चश्म-ए-सुर्मा-सा जो ब-संग-ए-फ़साँ फ़ुसूँ