आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "taanaa-baanaa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "taanaa-baanaa"
ग़ज़ल
आली शेर हो या अफ़्साना या चाहत का ताना बाना
लुत्फ़ अधूरा रह जाता है पूरी बात बता देने से
जलील ’आली’
ग़ज़ल
कहाँ तलक है उस का ताना-बाना ये मालूम नहीं
साँस की इस उलझी डोरी को किस ने सुलझाया लोगो
इलियास इश्क़ी
ग़ज़ल
शिकस्ता-पाई-ए-क़िस्मत का रोना धोना क्या
बराए-नाम ही ऐ दोस्त ताना-बाना कर
मख़्दूम ज़ादा मुख़्तार उस्मानी
ग़ज़ल
ख़ुश्बू सी तहलील हुई साँसों के ताने-बाने में
हम ने भी महसूस किया है दिल तक आने-जाने में