आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zanjeer ka naghma waheed akhtar ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "zanjeer ka naghma waheed akhtar ebooks"
ग़ज़ल
कहीं शुनवाई नहीं हुस्न की महफ़िल के ख़िलाफ़
गुल न क्यूँ हँसते रहें शोर-ए-अनादिल के ख़िलाफ़
वहीद अख़्तर
ग़ज़ल
उल्फ़त ने तिरी हम को तो रक्खा न कहीं का
दरिया का न जंगल का समा का न ज़मीं का
वाजिद अली शाह अख़्तर
ग़ज़ल
क्या पूछते हो मुझ से कि मैं किस नगर का था
जलता हुआ चराग़ मिरी रह-गुज़र का था
अख़्तर होशियारपुरी
ग़ज़ल
क़तील शिफ़ाई
ग़ज़ल
इश्क़ से कुछ काम ने कुछ कू-ए-जानाँ से ग़रज़
गुल से मतलब है न कुछ ख़ार-ए-बयाबाँ से ग़रज़
वाजिद अली शाह अख़्तर
ग़ज़ल
इस नाज़नीं की बातें क्या प्यारी प्यारियाँ हैं
पलकें हैं जिस की छुरियाँ आँखें कटारियाँ हैं
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
ग़ज़ल
तिरी चाहत मिरे पैरों की जो ज़ंजीर बन जाए
तो फिर ऐसे में जाने जाँ मिरी तक़दीर बन जाए