आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ستمبر"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "ستمبر"
ग़ज़ल
तुम्हें कह दिया सितम-गर ये क़ुसूर था ज़बाँ का
मुझे तुम मुआ'फ़ कर दो मिरा दिल बुरा नहीं है
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
मैं तुझ से और लुत्फ़-ए-ख़ास का तालिब मआ'ज़-अल्लाह
सितम-गर इस बहाने से तिरा दिल देख लेता हूँ
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
मिर्ज़ा आसमान जाह अंजुम
ग़ज़ल
ख़्वाहिश-ए-दाद-रसी क्या हो सितम-गर से जहाँ
आँख में शाइबा-ए-उज़्र-ए-जफ़ा भी न मिले