आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ",JEOL"
नज़्म के संबंधित परिणाम ",jeol"
नज़्म
इस से पहले कि मिरे इश्क़ पर इल्ज़ाम धरो
देख लो हुस्न की फ़ितरत में तो कुछ झोल नहीं
प्रेम वारबर्टनी
नज़्म
कहीं पर झोल लगता है ये क़िस्सा कुछ अजब सा है
कि अर्ज़-ओ-अर्श का मालिक जो है इंसाफ़ का ख़ालिक़