आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "خوشی"
नज़्म के संबंधित परिणाम "خوشی"
नज़्म
अख़्तर शीरानी
नज़्म
नहीं मिन्नत-कश-ए-ताब-ए-शुनीदन दास्ताँ मेरी
ख़मोशी गुफ़्तुगू है बे-ज़बानी है ज़बाँ मेरी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
सब की ख़ुशी यही है तो सहरा को हो रवाँ
लेकिन मैं अपने मुँह से न हरगिज़ कहूँगी हाँ
चकबस्त बृज नारायण
नज़्म
वो जो हमराज़ रहा हाज़िर-ओ-मुस्तक़बिल का
उस के ख़्वाबों की ख़ुशी रूह का ग़म ले के चलो
साहिर लुधियानवी
नज़्म
फ़सानों में नज़र आती थी मुझ को ये दुनिया
ग़म ओ ख़ुशी में रची प्यार में बसाई हुई
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
तुम्हें जो पा के ख़ुशी है तुम उस ख़ुशी पे न जाओ
तुम्हें ये इल्म नहीं किस क़दर उदास हूँ मैं