आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "گزارش"
नज़्म के संबंधित परिणाम "گزارش"
नज़्म
शिकस्ता हूँ मगर दौलत भी है हासिल हुई हम को
गुज़ारे साथ जो पल क़द्र उस की हो नहीं किस को
उज़ैर रहमान
नज़्म
अल-क़िस्सा मिरे मालिक तुझ से ये गुज़ारिश है
मुर्ग़ी वो इनायत हो सोने का जो अण्डा दे
रज़ा नक़वी वाही
नज़्म
सो गई रास्ता तक तक के हर इक राहगुज़ार
अजनबी ख़ाक ने धुँदला दिए क़दमों के सुराग़