आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अज़्मत-ए-इंसानियत"
नज़्म के संबंधित परिणाम "अज़्मत-ए-इंसानियत"
नज़्म
दोस्तो आगे बढ़ा जम्हूरियत का कारवाँ
आज ज़िंदा हो गई है 'अज़्मत-ए-हिन्दोस्ताँ
अज़मत अब्दुल क़य्यूम ख़ाँ
नज़्म
ज़मीर-ए-फ़ितरत-ए-इंसानियत को चौंका कर
उरूज-ए-क़िस्मत-ए-आदम दिखाएँगे हम लोग
अज़मत अब्दुल क़य्यूम ख़ाँ
नज़्म
निशान-ए-अज़्मत-ए-इंसानियत का नाम है शाइ'र
सरापा लुत्फ़-ओ-अज़्म-ओ-होश का पैग़ाम है शाइ'र
कमाल हैदराबादी
नज़्म
क़दम पर लोटती है अज़्मत-ए-ताज-ए-सुलैमानी
अज़ल से मो'तक़िद है महफ़िल-ए-नूरानियाँ उस की
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
अज़्मत-ए-इल्म-ओ-हुनर से बढ़ के कोई शय नहीं
क़द्र-ओ-क़ीमत अहल-ए-फ़न की हर जगह है हर कहीं
बसंत लखनवी
नज़्म
मैं उर्दू हूँ मुझी से अज़्मत-ए-फ़स्ल-ए-बहाराँ है
ख़िज़ाँ ने रुख़ किया सू-ए-चमन आवाज़ दी मैं ने
बेकल उत्साही
नज़्म
गोलकुंडा हुसन-ए-तहज़ीब-ओ-तमद्दुन का दयार
अज़मत-ए-अफ़साना-ए-हस्ती की ज़िंदा यादगार