आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अम्र"
नज़्म के संबंधित परिणाम "अम्र"
नज़्म
तो ये 'ज़रयून' जो है क्या ये अफ़लातून है कोई
अमाँ 'ज़रयून' है 'ज़रयून' वो माजून क्यूँ होता
जौन एलिया
नज़्म
हवा से कह दो कि साज़ छेड़े अमर शहीदों के बाँकपन का
सुनाओ यारो वतन के नग़्मे ये दिन है आज़ादी-ए-वतन का
नज़ीर बनारसी
नज़्म
तुम अमर हो तो लचकती टहनियों की मामता हो
तुम जवानी हो तबस्सुम हो मोहब्बत की लता हो
महबूब ख़िज़ां
नज़्म
ख़ुदा-ए-बर्तर मिरे लहू को अमर बना दे
दुआएँ माँगें तो उन के चेहरे पे गुज़रे मौसम के सारे दुख
सलीम कौसर
नज़्म
तारीख़ है इस की एक अमल तहलीलों का तरकीबों का
सम्बंध वो दो आदर्शों का संजोग वो दो तहज़ीबों का
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
हम जंग करेंगे फ़ितरत से फ़ितरत पर क़ाबू पाएँगे
और फ़ितरत पर क़ाबू पा कर इक रोज़ अमर बन जाएँगे