आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "उल्फ़त-ए-रुस्वा"
नज़्म के संबंधित परिणाम "उल्फ़त-ए-रुस्वा"
नज़्म
मुझे शिकवा नहीं दुनिया की उन ज़ोहरा-जबीनों से
हुई जिन से न मेरे शौक़-ए-रुस्वा की पज़ीराई
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मिरे महबूब तेरी उल्फ़त-ए-सादिक़ पे नाज़ाँ हूँ
तिरे हुस्न-ए-क़यामत-ख़ेज़-ओ-रंगीं का ग़ज़ल-ख़्वाँ हूँ
धर्मपाल आक़िल
नज़्म
रूह को उस की असीर-ए-ग़म-ए-उल्फ़त न करूँ
उस को रुस्वा न करूँ वक़्फ़-ए-मुसीबत न करूँ