आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "क़ाफ़िला"
नज़्म के संबंधित परिणाम "क़ाफ़िला"
नज़्म
काफ़िर-ए-हिन्दी हूँ मैं देख मिरा ज़ौक़ ओ शौक़
दिल में सलात ओ दुरूद लब पे सलात ओ दुरूद
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
गर्द से पाक है हवा बर्ग-ए-नख़ील धुल गए
रेग-ए-नवाह-ए-काज़िमा नर्म है मिस्ल-ए-पर्नियाँ
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
लबों पे अल्फ़ाज़ हैं कि प्यासों का क़ाफ़िला है
नमी है ये या फ़ुरात आँखों से बह रही है
मुज़फ़्फ़र वारसी
नज़्म
हमें मालूम हो हालात अब क्या हैं ज़माने के
हमारे साथ का जो क़ाफ़िला था वो कहाँ पहुँचा