aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "चेक"
कितनी दुआओं के चेकअब सारा बरस
शादी के ब'अद नुक़्ता बनीं डैश हो गईंपहले जो चेक-बुक थीं वो अब कैश हो गईं
अचानक मुझे रोक कर मशीनी आले से चेक किया जाता हैमशीन मेरे बदन में कुछ तलाश करती है
दस्तख़त कर के ब्लैंक चेक दे देऔर दरवेश की दुआ क्या है
जिन्हें मुझ से बढ़ कर तमन्ना है तनख़्वाह के चेक कीभीड़ क्या कौन से लोग हैं
चेक तय्यार हैं
आँसूओं का पासपोर्ट चेक नहीं करेगाहम देख रहे हैं कि ख़ून की एक धार
आज तनख़्वाह का चेक मिलालम्हा-भर मेरे चेहरे पे ख़ुशियों की किरनें बिखरने लगीं
चाक इस बुलबुल-ए-तन्हा की नवा से दिल होंजागने वाले इसी बाँग-ए-दरा से दिल हों
चाक सीनों के सिलने लगे तुम कहोइस खुले झूट को ज़ेहन की लूट को
चाक हो गया आख़िर ख़ाक हो गया आख़िरइज़्दिहाम-ए-इंसाँ से फ़र्द की नवा आई
चमक उठे हैं सलासिल तो हम ने जाना हैकि अब सहर तिरे रुख़ पर बिखर गई होगी
गुल की कली चटक कर पैग़ाम दे किसी कासाग़र ज़रा सा गोया मुझ को जहाँ-नुमा हो
चे बायद मर्द रा तब-ए-बुलंद मशरब-ए-नाबेदिल-ए-गरमे निगाह-ए-पाक-बीने जान-ए-बेताबे
चमक उस की बिजली में तारे में हैये चाँदी में सोने में पारे में है
फ़क़त तुम्हीं को नहीं रंज-ए-चाक-दामानीकि सच कहें तो दरीदा-लिबास हम भी हैं
और ही तरह की आँखें थीं तिरे चेहरे परतू किसी और सितारे से चमक लाई थी
क्या नहीं मुमकिन कि तेरा चाक दामन हो रफ़ूइबलीस
अपने हाल पे ख़ुद रोया हूँख़ुद ही अपना चाक सिया है
मैं ख़ुद मैं हसन कूज़ा-गर पा-ब-गिल ख़ाक-बर-सर बरहनासर-ए-चाक ज़ोलीदा-मू सर-ब-ज़ानू
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