aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "ढेरों"
सो जाओ तुम शहज़ादे होऔर कितने ढेरों प्यारे हो
कुछ बख़्त में ढेरों कालक थीकुछ अब के ग़ज़ब का काल पड़ा
हमारे शहरों की मजबूर ओ बे-नवा मख़्लूक़दबी हुई है दुखों के हज़ार ढेरों में
शहर खोदा तो तवारीख़ के टुकड़े निकलेढेरों पथराए हुए वक़्त के सफ़्हों को उलट कर देखा
ढेरों लड़के चढ़े हुए हैंऔर तारों को काट रहे हैं
हथियारों के ढेरों पर जिन का है डेरामुँह में शांति बग़ल में बम धोके का फेरा
हमारे उस मोहल्ले मेंख़ुदा के फ़ज़्ल से हर सम्त ढेरों ढेर बच्चे थे
उस से हैं मंसूब लतीफ़ेमज़े मज़े के ढेरों क़िस्से
हमारे ज़ेहन से उठता धुआँ है बसअगर हम ग़ौर से देखें तो ढेरों राज़ खुलते हैं
ख़याल आया फ़ुनून-ए-लतीफ़ा ढेरों हैंसनम-तराशी है नग़्मागरी कि नक़्क़ाशी
उस उजले सवेरे कोजो लाता है अपने साथ ढेरों उम्मीदें
ढेरों कपड़े लाएफिर भी दूर न जाए
चंद अच्छे लफ़्ज़ों के बदलेढेरों मोहब्बत ले जाता
भय्या डाँटतेअप्पी ढेरों प्यार जतातीं
मसाई इन की सीम-ओ-ज़र के ढेरों में बदल देनातिरे पास आएँ, मोती के महल मेहनत का फल देना
बेहद ख़ूबसूरत हैं ये तेरी आँखेंपल रहे हैं इन में ढेरों ख़्वाब
बेकार डरों के ढेरों परहिम्मत की लहरें बिखरा दे
इस घर में है ढेरों हर शयमेरे लिए पर कुछ भी नहीं है
उड़ते थे ढेरों पंछीऔर साफ़ घाटियों पर
कोड़ों के ढेरों के जैसाऊँचे नीचे टीलों जैसा
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