आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बचपन"
नज़्म के संबंधित परिणाम "बचपन"
नज़्म
अली सरदार जाफ़री
नज़्म
बचपन रहा किस का भला अंजाम को सोचो ज़रा
ये तो कहो खाओगे क्या मेहनत करो मेहनत करो
मोहम्मद हुसैन आज़ाद
नज़्म
कल वो मिली जो बचपन में मेरे भाई से खेला करती थी
जाने तब क्या बात थी उस में मुझ से बहुत ही डरती थी
मुनीर नियाज़ी
नज़्म
तिरे आग़ोश में बचपन के हम ने दिन बिताए हैं
तिरे आँगन में कितना रोए कितना मुस्कुराए हैं
अब्दुल अहद साज़
नज़्म
इस में तो मेरी बहुत क़ीमती तस्वीरें थीं
इस में बचपन था मिरा और मिरा अहद-ए-शबाब