आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बुर्ज-ए-सुंबले"
नज़्म के संबंधित परिणाम "बुर्ज-ए-सुंबले"
नज़्म
सामने आँख के मा'बद का हो बुर्ज-ए-संगीं
जिस की ता'मीर को बरसों हुए हों या सदियाँ
सूरज नारायण मेहर
नज़्म
क़स्र-ए-तौहीद का इक बुर्ज-ए-मुनव्वर तू है
गुलशन-ए-हक़ के लिए बू-ए-गुल-ए-तर तू है
मोअज़्ज़म अली खां
नज़्म
ख़्वाबों के गुलिस्ताँ की ख़ुश-बू-ए-दिल-आरा है
या सुब्ह-ए-तमन्ना के माथे का सितारा है