आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बे-हयाई"
नज़्म के संबंधित परिणाम "बे-हयाई"
नज़्म
रेशमीं साड़ी को सर से ख़ुद ही ढलकाती भी है
बिल-इरादा बे-हयाई कर के शरमाती भी है
माहिर-उल क़ादरी
नज़्म
बे-हयाई है अगर 'ज़ाहिदा' ले शे'र का नाम
आह ऐ क़द्र-शनास-ए-शोअरा तेरे ब'अद
ज़ाहिदा ख़ातून शरवानिया
नज़्म
नाचती थीं बे-हया कम-ज़र्फ़ नंगी डाइनें
चीख़ बद-रूहें सुनें क्या तय किया चुपके रहें
सैय्यद सफ़दर
नज़्म
हुश्यार कोई लाख करे तो है बे-ख़बर
इस दर्जा बे-हया कि नहीं दिल पे कुछ असर
मिर्ज़ा अल्ताफ़ हुसैन आलिम लखनवी
नज़्म
इन बे-हया फूलों की आँखों का तो पानी बह गया
अब हैं ये उन की जुरअतें रोकेंगे तेरे रास्ते
अली जवाद ज़ैदी
नज़्म
हो कुएँ की तह से तख़्त-ओ-ताज तक यूसुफ़ के साथ
पेट में मछली के यूनुस को रखे जो बा-हयात