आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रहमत-ए-हक़"
नज़्म के संबंधित परिणाम "रहमत-ए-हक़"
नज़्म
फ़लक के साग़र से रहमत-ए-हक़ की तुंद सहबा
फ़ज़ा-ए-अय्याम में मोहब्बत की फ़ाख़ताएँ भी
करामत अली करामत
नज़्म
महफ़िल-ए-साक़ी सलामत बज़्म-ए-अंजुम बरक़रार
नाज़नीनान-ए-हरम पर रहमत-ए-परवरदिगार
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
हर शय से क्यों न रहमत-ए-हक़ का ज़ुहूर हो
ये शान-ए-सुब्ह-ए-ईद ये सामान-ए-सुब्ह-ए-ईद
मास्टर बासित बिस्वानी
नज़्म
अभी तहज़ीब-ए-अदल-ओ-हक़ की कश्ती खे नहीं सकती
अभी ये ज़िंदगी दाद-ए-सदाक़त दे नहीं सकती
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
हुक्मराँ दिल पर रहे सदियों तलक असनाम भी
अब्र-ए-रहमत बन के छाया दहर पर इस्लाम भी
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
इक निगारिश-ए-आतिशीं हर शय पे है छाया हुआ
जैसे आरिज़ पर उरूस-ए-नौ के हो रंग-ए-हया