aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "लगातार"
हमेशा देर कर देता हूँ मैंबदलते मौसमों की सैर में दिल को लगाना हो
लगातार करने लगा वो मक़ूलों में बातें''ज़बाँ सीखनी हो तो औरत से सीखो!
बारिश थी लगातार तो यूँ गर्द थी मफ़क़ूदजिस तरह मय-ए-नाब से धुल जाते हैं सीने
और लगातार गिरेआओ कमरे से निकलते हैं कहीं चलते हैं
या पानी का लगातार ख़रोशआख़िरी बार जवानी की किताब
लगातार तीनों गेंदों पर विकट गिरे थे तीनकंगारू के इस ओवर ने बदल दिया था सीन
कोने ढूँडतीलगातार घूम रही है
रन्दा जो लगातार रहे फेरता अपनातौबा हर ज़ाविया हमवार
फिर मेरी ख़ुद-ग़र्ज़ी ने मुझे बे हिस कर दियावो लगातार हमला करता रहा और
कैसी चहकार थी वो ख़ुश्क पेड़ों में हवा का नौहाजैसे गिरते हुए पत्तों की लगातार सदा
उड़ न सकने पे मेरे लगातार रहम आ रहा होमगर
चौधवाँ दिन लगातार हैडाक्टरों की ये आँखों को पढ़ते हुए
तेरे का'बे को जबीनों से बसाया हम नेतेरे क़ुरआन को सीनों से लगाया हम ने
मेरे काबे को जबीनों से बसाया किस नेमेरे क़ुरआन को सीनों से लगाया किस ने
मुझे अब डर नहीं लगताकिसी को आज़माने से
मैं जब औसान अपने खोने लगता हूँ तो हँसता हूँमैं तुम को याद कर के रोने लगता हूँ तो हँसता हूँ
इस वक़्त तो यूँ लगता है अब कुछ भी नहीं हैमहताब न सूरज, न अँधेरा न सवेरा
हाँ ठोक-बजा कर हम ने हुक्म लगाया हैसब माया है
तो ऐसा लगता हैदूसरी सम्त जा रहे हैं
नज़र से ज़माने की ख़ुद को बचानाकिसी और से देखो दिल मत लगाना
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