आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".uurd"
नज़्म के संबंधित परिणाम ".uurd"
नज़्म
यूँ न था मैं ने फ़क़त चाहा था यूँ हो जाए
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
किसी को मौत से पहले किसी ग़म से बचाना हो
हक़ीक़त और थी कुछ उस को जा के ये बताना हो
मुनीर नियाज़ी
नज़्म
वीरानों से भाग आई हूँ
ज़ीस्त की तमाम-तर रंगीनियों और उन की हक़ीक़तों से आगाही है