आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "KHudaa-raa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "KHudaa-raa"
नज़्म
मेरी नज़रों को ख़ुदा-रा दावत-ए-काविश न दे
जगमगाते मोतियों के हार को जुम्बिश न दे
माहिर-उल क़ादरी
नज़्म
ख़ुदा-रा इस निज़ा-ए-बाहमी को ख़त्म फ़रमा दो
ज़रा सोचो कि तुम पर किस क़दर इल्ज़ाम आता है
अहमक़ फफूँदवी
नज़्म
कहा ज़ईफ़ ने मैं सुन सका न नाम तिरा
ख़ुदा-रा फिर से बता मुझ को तेरा नाम है क्या
मोहम्मद शरफ़ुद्दीन साहिल
नज़्म
ये है कार-ए-अहम दो चार इस को कर नहीं सकते
ख़ुदा-रा तुम भी अपने फ़र्ज़ का एहसास फ़रमाओ
अहमक़ फफूँदवी
नज़्म
न देखा तुम ने शायद उन को अब तक चश्म-ए-इबरत से
ख़ुदा-रा लो सबक़ कुछ भी तो इन अलवाह-ए-तुर्बत से
अली मंज़ूर हैदराबादी
नज़्म
दर फ़स्ल-ए-गुल कि गुलशन नक़्श-ओ-निगार बंदो
'नाज़िर' ख़याल-ए-ख़ुद-रा और बज़्म-ए-यार बंदो