आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "Tahal"
नज़्म के संबंधित परिणाम "Tahal"
नज़्म
कुछ बे-फ़िक्र हक़ीक़त से टहल रहे होंगे
कुछ बूढे अश्क नए जन्मों को आसरा दे रहे होंगे
दर्शिका वसानी
नज़्म
अब कोई घड़ी पल सा'अत में ये खेप बदन की है कफ़नी
क्या थाल कटोरी चाँदी की क्या पीतल की ढिबिया-ढकनी
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
बहुत होंगे मुग़न्नी नग़्मा-ए-तक़लीद यूरोप के
मगर बेजोड़ होंगे इस लिए बे-ताल-ओ-सम होंगे
अकबर इलाहाबादी
नज़्म
नूर ही नूर है किस सम्त उठाऊँ आँखें
हुस्न ही हुस्न है ता-हद्द-ए-नज़र आज की रात
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
कुछ तबले खड़कें रंग-भरे कुछ ऐश के दम मुँह-चंग भरे
कुछ घुंघरू ताल छनकते हों तब देख बहारें होली की
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
झड़ियों की मस्तियों से धूमें मचा रहे हैं
पड़ते हैं पानी हर जा जल-थल बना रहे हैं