आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aasaa.isho.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "aasaa.isho.n"
नज़्म
अपनी आसाइशों ने'मतों के लिए सज्दा-ए-शुक्र में अपने सर को झुकाते रहें
क्या यही ज़िंदगी है
आरिफ़ अख़्तर नक़वी
नज़्म
हर सम्त में बढ़ता हुआ ये कार-ज़ार-ए-रंग-ओ-बू
आसाइशों के इस घने जंगल में तन्हा मैं कि तू
सलमान सरवत
नज़्म
तुलती है कहीं दीनारों में बिकती है कहीं बाज़ारों में
नंगी नचवाई जाती है अय्याशों के दरबारों में
साहिर लुधियानवी
नज़्म
दिल ओ जाँ और आसाइश ये इक कौनी तमस्ख़ुर है
हुमुक़ की अबक़रिय्यत है सफ़ाहत का तफ़क्कुर है
जौन एलिया
नज़्म
ढूँडी है यूँही शौक़ ने आसाइश-ए-मंज़िल
रुख़्सार के ख़म में कभी काकुल की शिकन में
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
दिल की तस्कीं भी है आसाइश-ए-हस्ती की दलील
ज़िंदगी सिर्फ़ ज़र-ओ-सीम का पैमाना नहीं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
ग़रज़ जवानी में अहरमन के तरब का सामान बन गया मैं
गुनह की आलाइशों में लुथड़ा हुआ इक इंसान बन गया मैं
नून मीम राशिद
नज़्म
अहल-ए-इस्लाम से लेना है इबादत का जलाल
और ईसाईयों से सब्र लगन और इस्तिक़्लाल
कुँवर महेंद्र सिंह बेदी सहर
नज़्म
तारीख़ है इस की एक अमल तहलीलों का तरकीबों का
सम्बंध वो दो आदर्शों का संजोग वो दो तहज़ीबों का