आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bayaan-e-marsiya"
नज़्म के संबंधित परिणाम "bayaan-e-marsiya"
नज़्म
न रहा ग़लबा-ए-सौदा-ए-बयान-ए-ग़ालिब
'दाग़' ने पाई दिल-ए-तफ़्ता में जा तेरे बाद
ज़ाहिदा ख़ातून शरवानिया
नज़्म
तेरे हर लफ़्ज़ में हो दर्द-ए-मोहब्बत की तड़प
हर सुख़न शरह-ए-बयान-ए-ख़लिश-ए-दिल हो जाए
सरीर काबिरी
नज़्म
मुख़्तसर होगा 'रिशी' क्यूँकर बयान-ए-आशिक़ी
हाल क्या क्या हो गए अहवाल क्या क्या बन गए
ऋषि पटियालवी
नज़्म
ख़त्म तुझ पर हो गया लुत्फ़-ए-बयान-ए-आशिक़ी
मर्हबा ऐ वाक़िफ़-ए-राज़-ए-निहान-ए-आशिक़ी
मिर्ज़ा मोहम्मद हादी अज़ीज़ लखनवी
नज़्म
रहबर जौनपूरी
नज़्म
वो शिद्दत-ए-बयाँ हो कि हो जुरअत-ए-बयान-ए-हक़
गुस्ताख़ इतनी हो गई मेरी ज़बाँ कभी कभी
अशरफ़ बाक़री
नज़्म
ता-कुजा ये सर-गुज़श्त-ए-दास्तान-ए-दर्द-ओ-ग़म
छेड़ ऐ जमुना कोई ताज़ा बयान-ए-दर्द-ओ-ग़म
सुरूर जहानाबादी
नज़्म
मंज़र-ओ-मर्सिया-ओ-रज़्म-ओ-सरापा क्या क्या
न लिखा मीर-अनीस आप ने तन्हा क्या क्या