aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "dil-aazaarii"
दिल-आज़ारी भी इक फ़न हैऔर कुछ लोग तो
तू समझता है ये सामाँ है दिल-आज़ारी काइम्तिहाँ है तिरे ईसार का ख़ुद्दारी का
बद-अहदी और दिल-आज़ारीउन से दूरी रखना तुम
ये मय-ए-नाब पुर-असरार भी है तेज़ भी हैकुछ तो है वज्ह-ए-दिल-आज़ारी-ओ-आहंग-ओ-सतेज़
तस्ख़ीर-ए-फ़ितरत के बा'दहवा ऐ हवा
वो सारी रौनक़ मंज़र कीइस साअ'त-ए-दिल-आज़ार से है
तमाम-तर ज़रूरतों के साथ दी गई आज़ादीऔर तुम्हारे दिल के कोने-खुदरों में
पहले मशहूर फ़ुसूँ-कार सितमगार थे येपहले दिल-सोज़-ओ-दिल-आज़ार जफ़ा-कार थे ये
ज़माना दिल-आज़ार है भी तो क्या ग़ममुझे तेरी दिलदारियों का यक़ीं है
सनम-ख़ाना-ए-काएनात, आज़री के तिलिस्मात से आ के बाहर निकालामिरे ख़ौफ़ से काँपते दिल को
आसमाँ बादल का पहने ख़िरक़ा-ए-देरीना हैकुछ मुकद्दर सा जबीन-ए-माह का आईना है
शा'इरसाहिल-ए-दरिया पे मैं इक रात था महव-ए-नज़र
लटका दियादिन
वक़्त की धुँद में लिपटे मंज़रऔर सन्नाटा दिल के अंदर
भूल कर अज़ली दुखों के सिलसिलेदिल में जीने के हैं ताज़ा वलवले
'आलम है ग़ुलाम इस के जलाल-ए-अज़ली काइक दिल है कि हर लहज़ा उलझता है ख़िरद से
बहुत बकने लगा है ये दिल-ए-हसरत-ज़दा अब तोकहीं ऐसा न हो कुछ राज़ की बातें भी कह जाए
इक काँटा दिल को डसता थामौत से पहले ही
मेहरबाँ दिन वो मिरा दर्द-शनासअपनी ज़म्बील के सद-रंग ज़ख़ीरे से मुझे
यक़ीं मानो हम बीमार बहुत हैंतू है तो भी दिल के आज़ार बहुत हैं
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books