आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "fasaano.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "fasaano.n"
नज़्म
रुलाता है तिरा नज़्ज़ारा ऐ हिन्दोस्ताँ मुझ को
कि इबरत-ख़ेज़ है तेरा फ़साना सब फ़सानों में
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
पहलू-ए-शाह में ये दुख़्तर-ए-जम्हूर की क़ब्र
कितने गुम-गश्ता फ़सानों का पता देती है
साहिर लुधियानवी
नज़्म
इन्हीं फ़ज़ाओं में बचपन पला था 'ख़ुसरव' का
इसी ज़मीं से उठे 'तानसेन' और 'अकबर'
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
महफ़िल-ए-नौ में पुरानी दास्तानों को न छेड़
रंग पर जो अब न आएँ उन फ़सानों को न छेड़
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
मगर ये सब कुछ पुराने क़िस्से पराई बस्ती के मुर्दा क़ज़िए
तुम्हें फ़सानों से क्या लगाओ
अली अकबर नातिक़
नज़्म
ख़जिल फ़सानों की बाज़याबी की सूरतों के
सफ़ीर आते सफ़ीर जाते बिलकते बच्चों की आह-ओ-ज़ारी