आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "itr e kaafuur nayyar masood uncategorized"
नज़्म के संबंधित परिणाम "itr e kaafuur nayyar masood uncategorized"
नज़्म
हबीब जालिब
नज़्म
माँ ने बच्चे को ये समझाया बहुत देर तलक
ऐ नए साल तिरे जश्न-ए-तरब का मतलब
सय्यद अब्बास रज़ा तनवीर
नज़्म
ऐ मिरे नूर-ए-नज़र लख़्त-ए-जिगर जान-ए-सुकूँ
नींद आना तुझे दुश्वार नहीं है सो जा
कफ़ील आज़र अमरोहवी
नज़्म
ऐ इश्क़ न छेड़ आ आ के हमें हम भूले हुओं को याद न कर
पहले ही बहुत नाशाद हैं हम तू और हमें नाशाद न कर
अख़्तर शीरानी
नज़्म
यहीं की थी मोहब्बत के सबक़ की इब्तिदा मैं ने
यहीं की जुरअत-ए-इज़हार-ए-हर्फ़-ए-मुद्दआ मैं ने
मख़दूम मुहिउद्दीन
नज़्म
ख़्वाब अब हुस्न-ए-तसव्वुर के उफ़ुक़ से हैं परे
दिल के इक जज़्बा-ए-मासूम ने देखे थे जो ख़्वाब
अली सरदार जाफ़री
नज़्म
तुझ को मालूम नहीं तुझ को भला क्या मालूम
तेरे चेहरे के ये सादा से अछूते से नुक़ूश
हिमायत अली शाएर
नज़्म
कार-फ़रमा फिर मिरा ज़ौक़-ए-ग़ज़ल-ख़्वानी है आज
फिर नफ़स का साज़-ए-गर्म-ए-शो'ला-अफ़्शानी है आज