आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "juu-e-shiir-o-shiirii.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "juu-e-shiir-o-shiirii.n"
नज़्म
नहीं तेशा तो सर टकरा के जू-ए-शीर लाएँगे
बयाबान-ए-जुनूँ में जानशीन-ए-कोहकन हम हैं
आनंद नारायण मुल्ला
नज़्म
नून मीम राशिद
नज़्म
अजम, वो मर्ज़-ए-तिलिस्म-ओ-रंग-ओ-ख़्याल-ओ-नग़मा
अरब, वो इक़लीम-ए-शीर-ओ-शहद-ओ-शराब-ओ-खुर्मा
नून मीम राशिद
नज़्म
इक मुकम्मल ज़िंदगी है शाइ'र-ए-शीरीं-बयाँ
महरम-ए-राज़-ए-फ़ना है और बक़ा का तर्जुमाँ
प्रेम लाल शिफ़ा देहलवी
नज़्म
वो नादाँ हैं जो इस बारिश पे नाक और भौं चढ़ाते हैं
सिले में सख़्त-जानी के ये जू-ए-शीर पाते हैं