आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khoTaa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "khoTaa"
नज़्म
मोहम्मद हनीफ़ रामे
नज़्म
लौह-ए-तारीक पर आब-ए-महताब से इक कहानी के अंजाम में दो सिरों को मिलाते हुए
अपनी बीनाई खोता हुआ
अब्दुल्लाह साक़िब
नज़्म
हम ने इस इश्क़ में क्या खोया है क्या सीखा है
जुज़ तिरे और को समझाऊँ तो समझा न सकूँ