आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "lect"
नज़्म के संबंधित परिणाम "lect"
नज़्म
दरख़्तों की घनी छाँव में जा कर लेट जाता है
हवा के तेज़ झोंके जब दरख़्तों को हिलाते हैं
ज़ेहरा निगाह
नज़्म
हाज़िरी अब कौन बोले कौन अब आएगा लेट
कॉलेज और स्कूल हैं सुनसान ख़ाली इन के गेट
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
चोर-बाज़ारी की मिट जाएगी हस्ती एक दिन
होगी शेवरलेट पे भी टू-लेट की तख़्ती एक दिन
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
और महबूबाएँ आग के बिस्तर पर लेट कर मीठी बर्फ़ के गोले चूसेंगी
अभी उन की उम्र ही क्या है