आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "majlis-e-vaaz"
नज़्म के संबंधित परिणाम "majlis-e-vaaz"
नज़्म
मजलिस-ए-वाज़ आज तो होती नज़र आती नहीं
हज़रत-ए-वाइ'ज़ अबस कोशाँ हैं कोरम के लिए
नवाब सय्यद हकीम अहमद नक़्बी बदायूनी
नज़्म
है मेरी ज़िंदगी अब रोज़-ओ-शब यक-मज्लिस-ए-ग़म-हा
अज़ा-हा मर्सिया-हा गिर्या-हा आशोब-ए-मातम-हा
जौन एलिया
नज़्म
ये सराबों के पुजारी ये ग़ुलामों के ग़ुलाम
मज्लिस-ए-जौर-ओ-जफ़ा कारगह-ए-दाना-ओ-दाम
अफ़सर सीमाबी अहमद नगरी
नज़्म
बुलंद दा'वा-ए-जम्हूरियत के पर्दे में
फ़रोग़-ए-मजलिस-ओ-ज़िन्दाँ हैं ताज़ियाने हैं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
मज्लिस-ए-मिल्लत हो या परवेज़ का दरबार हो
है वो सुल्ताँ ग़ैर की खेती पे हो जिस की नज़र
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
कुछ मुँह से निकल जाएँ न समझी हुई बातें
रहने दो मुझे मजलिस-ए-मय में यूँही मदहोश
मिर्ज़ा मोहम्मद हादी अज़ीज़ लखनवी
नज़्म
मज्लिस-ए-‘इश्क़ में पाता हूँ इसे मैं मदहोश
महफ़िल-ए-'अक़्ल में देखा तो ये हुशियार भी है