आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "palte"
नज़्म के संबंधित परिणाम "palte"
नज़्म
ज़ख़्म-ख़ुर्दा हैं तख़य्युल की उड़ानें तेरी
तेरे गीतों में तिरी रूह के ग़म पलते हैं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
पलटे हैं जिस ने दहर के दफ़्तर वो क़ौम है
पैदा किए हैं जिस ने पयम्बर वो क़ौम है
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
इशारे पर इसी के शहर क़स्बे गाँव जलते हैं
इसी की आस्तीं में साज़िशों के नाग पलते हैं
रहबर जौनपूरी
नज़्म
विदा-ए-रोज़-ए-रौशन है गजर शाम-ए-ग़रीबाँ का
चरा-गाहों से पलटे क़ाफ़िले वो बे-ज़बानों के
नज़्म तबातबाई
नज़्म
तुम ने खोदीं सुरंगें इतनी दूर के रिश्ते जोड़ दिए
तुम कश्मीर की अर्ज़-ए-हसीं के नज़्ज़ारों में पलते हो