आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "saamaan-e-tarab"
नज़्म के संबंधित परिणाम "saamaan-e-tarab"
नज़्म
साज़-ओ-सामान-ए-तरब सब कुछ तिरी महफ़िल में है
दर्द-ए-इंसानी का भी जल्वा किसी के दिल में है
ज़फ़र अहमद सिद्दीक़ी
नज़्म
न सामान-ए-ऐश-ओ-तरब न हूर-ओ-क़ुसूर माँगूँगा
न रुस्वाई से बचने की न इज़्ज़त आबरू की ख़्वाहिश है
अबु बक्र अब्बाद
नज़्म
नर्म-रफ़्तारी हो वक़्त-ए-सैर-ए-गुलज़ार-ए-तरब
राह-ए-पुर-ख़ार-ए-अमल में गर्म-रफ़्तारी भी हो
अर्श मलसियानी
नज़्म
जी के मैं क्या करूँ दुनिया में मिरा काम है क्या
ख़ून उम्मीद का होता है सर-ए-बज़्म-ए-तरब
राबिया सुलताना नाशाद
नज़्म
दुनिया तिरे ख़याल में है चश्मा-ए-सराब
रंगीनी-ए-निशात-ओ-तरब ख़्वाब-ए-दोश है
चंद्रभान कैफ़ी देहल्वी
नज़्म
ठीक कर देगा फ़लक इन की भी अक़्लों का फ़ुतूर
रविश-ए-बज़्म-ए-तरब इन की भी बदलेगी ज़रूर
हिलाल रिज़वी
नज़्म
शोरिश-ए-बज़्म-ए-तरब क्या ऊद की तक़रीर क्या
दर्दमंदान-ए-जहाँ का नाला-ए-शब-गीर क्या