आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sitaar"
नज़्म के संबंधित परिणाम "sitaar"
नज़्म
चाँदनी रात में बुझता हुआ पलकों का सितार
फ़र्त-ए-जज़्बात से महकी हुई साँसों की क़तार
वसीम बरेलवी
नज़्म
ज़बान छिन जाएगी हमारे दहन से हम बे-सुख़न रहेंगे
हम आज भी कल की तरह दिल के सितार पर नग़्मा-ज़न रहेंगे
अली सरदार जाफ़री
नज़्म
''सितारा-बार ओ मह-चकाँ ओ ख़ुर-फ़िशाँ'' जमाल-ए-यार
जहान-ए-नूर कारवाँ-ब-कारवाँ लिए हुए
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
मुझे समझ में आ गया है ये जहाँ
ख़ला मकाँ ज़माँ के चंद तार से बना हुआ सितार है
सोहैब मुग़ीरा सिद्दीक़ी
नज़्म
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
बज़्म-ए-अंजुम की हर एक तनवीर धुँदली हो गई
रख दिया नाहीद ने झुँझला के हाथों से सितार