आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "talabgaar"
नज़्म के संबंधित परिणाम "talabgaar"
नज़्म
दिलदार भी थी जो और दुनिया-दार भी
शान-ओ-शौकत की इस दुनिया में मुझ ग़रीब की चाहत की तलबगार थी
आमिर रियाज़
नज़्म
लीडर के मुँह पे शहर के कूचों की गर्द है
''इश्क़-ए-नबर्द-पेशा तलबगार-ए-मर्द है''
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
मेरे फूलों में हैं सौ ख़ार ये माना मैं ने
मैं हूँ दौलत की तलबगार ये माना मैं ने