आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "za.iifa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "za.iifa"
नज़्म
हमेशा से बपा इक जंग है हम उस में क़ाएम हैं
हमारी जंग ख़ैर ओ शर के बिस्तर की है ज़ाईदा
जौन एलिया
नज़्म
हाथ लगा कर देखा तो तन्नूर अभी तक बुझा नहीं था
और होंटों पर मीठे गुड़ का ज़ाइक़ा अब तक चिपक रहा था
गुलज़ार
नज़्म
ज़फ़र-मंदों के आगे रिज़्क़ की तहसील की ख़ातिर
कभी अपना ही नग़्मा उन का कह कर मुस्कुराना है
अख़्तरुल ईमान
नज़्म
परवीन शाकिर
नज़्म
सुकून-ए-ख़ाब है बे-दस्त-ओ-पा ज़ईफ़ी का
तू इज़्तिराब है ख़ुद इज़्तिराब पैदा कर
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
तक़दीर के क़ाज़ी का ये फ़तवा है अज़ल से
है जुर्म-ए-ज़ईफ़ी की सज़ा मर्ग-ए-मुफ़ाजात!
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
तुझ को अपनाने की हिम्मत है न खो देने का ज़र्फ़
कभी हँसते कभी रोते हुए सो जाता हूँ मैं