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कहानियाँ

उर्दू कहानी की उम्र बहुत ज़ियादा तो नहीं लेकिन छोटे से अर्से में ही कहानी उर्दू साहित्य में एक महत्वपूर्ण विधा के रूप में उभर कर सामने आई है। शुरूआती दौर के कहानीकारों राशिदुल ख़ैरी, सज्जाद हैदर यल्दरम और प्रेमचंद से ले कर मंटो, इस्मत, बेदी और कृश्न चंदर तक और फिर हमारे आज के समय तक हज़ारों रचनाकारों ने इस विधा को अपनी सृजनात्मक अभिव्यक्ति का ज़रिया बनाया है और इस विधा को माला-माल किया। इस तरह उर्दू भाषा में बेशुमार बेहतरीन कहानियाँ सामने आईं हैं। रेख़्ता पर हमारी कोशिश रही है कि उर्दू कहानियों के इस अपूर्व ख़ज़ाने को आपकी पहुँच में लाया जाए। हमारी इस कोशिश के नतीजे में यहाँ आप उर्दू की हज़ारों बेहतरीन और लोकप्रिय कहानियाँ पढ़ सकते हैं।

1940

मशहूर फ़िक्शन नवीस, अफ़सानों के साथ कई नॉवेल भी लिखे.

1982

नौजवान पाकिस्तानी कहानीकार, साहित्यिक पत्रिका ‘इजरा’ के सम्पादक।

महत्वपूर्ण पाकिस्तानी कहानीकार, अपने विशिष्ट शिल्प और नये विषयों की कहानियों के लिए प्रसिद्ध. पाकिस्तान सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे

1934 -2019

आधुनिक कथाकारों में लोकप्रिय. अपनी तहदार भाषाशिल्प के लिए जाने जाते हैं।

1929 -2015

प्रसिद्ध कहानीकार और शायर, समाज के अत्याचार व शोषण की कहानियाँ लिखने के लिए मशहूर।

1955

कहानीकार और साहित्यिक पत्रिका ‘सालिस’ के सम्पादक.

उर्दू के महत्वपूर्ण कहानीकारों में शामिल, जिन्हें उनकी शैली, बे-पनाह रचनात्मक भाषा और विषय की आधुनिकता के कारण खूब सराहा गया।

1925 -2016

लब्धप्रतिष्ठ कथाकार, अपनी विशिष्ट शैली और विभाजन के अनुभवों के मार्मिक वर्णन के लिए प्रसिद्ध। मेन बुकर पुरस्कार के लिए शार्ट लिस्ट किये जाने वाले पहले उर्दू-लेखक।

1957 -2023

उत्तर-आधुनिक कहानीकारों में शामिल,आलोचना की कई किताबों के लेखक।

1979

अफ़्सानानिगार और शायर. कहानियों और शायरी के कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं.

1924 -1977

प्रसिद्ध पाकिस्तानी अफ़साना निगार और पत्रकार. ड्रामे और यात्रावृतांत भी लिखे।

1953

बिहार निवासी महत्वपूर्ण अफसान निगार, क्षेत्रीय समस्याओं को अपनी रचनाओं के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रसिद्ध.

1915 -1991

अपारंपरिक और खुले विचारों के लिए प्रसिद्ध फ़िक्शन रायटर, कहानी ‘लिहाफ़’ और उपन्यास ‘टेढ़ी लकीर’ के लिए ख्याति प्राप्त।

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