तोहफ़ा पर ग़ज़लें
तोहफ़े पर ये शेरी इन्तिख़ाब
आप के लिए हमारी तरफ़ से एक तोहफ़ा ही है। आप उसे पढ़िए और आम कीजिए। आम ज़िंदगी में तोहफ़े लेने और देने से रिश्ते पर्वान चढ़ते हैं, तअल्लुक़ात मज़बूत होते हैं और नए जज़्बों की आबियारी होती है। लेकिन आशिक़ और माशूक़ के दर्मियान तोहफ़े लेने और देने की सूरतों ही कुछ और हैं। हमारा ये शेरी इन्तिख़ाब आपको और भी कई दिल-चस्प जहतों तक ले जाएगा।