aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
जन्मदिन
प्रमुख पूर्वाधुनिक शायर/रामायन पर अपनी नज़्म के लिए विख्यात/मशहूर शेर ‘जि़ंदगी क्या है अनासिर में ज़हूर-ए-तरतीब......’ के रचयिता
फ़ना का होश आना ज़िंदगी का दर्द-ए-सर जाना
अजल क्या है ख़ुमार-ए-बादा-ए-हस्ती उतर जाना