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Aafiya Hameed's Photo'

आफ़िया हमीद

लखनऊ, भारत

नई नस्ल की अफ़साना-निगारों में शामिल

नई नस्ल की अफ़साना-निगारों में शामिल

आफ़िया हमीद का परिचय

डाॅक्टर आफ़िया हमीद का तअल्लुक़ इलाहाबाद के एक इल्मी-ओ-अदबी घराने से है। वह मारूफ़ शाइर और अदीब, प्रोफ़ेसर अब्दुल हमीद की साहबज़ादी हैं। अगरचे उनका आबाई वतन इलाहाबाद है, लेकिन बरसों से वह लखनऊ में मुक़ीम हैं, जहाँ उन्होंने एक मुन्फ़रिद अफ़साना-निगार के तौर पर अपनी पहचान बनाई है।
इब्तिदाई तालीम उन्हें वालिद-ए-मोहतरम की सरपरस्ती में घर पर हासिल हुई। बाद अज़ाँ, उन्होंने आज़मगढ़ के मारूफ़ तालीमी इदारे जामिअतुल-फ़लाह से सानवी और आला तालीम मुकम्मल की और वहाँ से फ़ज़ीलत की सनद हासिल की। इसके बाद, लखनऊ के करामत हुसैन कॉलेज से बी.ए. और लखनऊ यूनिवर्सिटी से एम.ए. किया। मज़ीद इल्मी जुस्तुजू के तहत, उन्होंने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती लैंग्वेज यूनिवर्सिटी से पी.एच.डी. की डिग्री हासिल की और बाद में मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी, लखनऊ से जर्नलिज़्म एंड मास कम्यूनिकेशन में डिप्लोमा किया।
डाॅक्टर आफ़िया हमीद ने अब तक तक़रीबन तीन दर्जन अफ़साने तहरीर किए हैं, जिनकी बदौलत उन्हें अदबी दुनिया में शोहरत और मक़बूलियत हासिल हुई। उनका पहला अफ़सानवी मजमूआ “शीशे के उस पार” जे़र-ए-तबाअत है और जल्द ही मंज़र-ए-आम पर आने वाला है, और उम्मीद है कि ये किताब उर्दू अफ़साने के दामन में एक क़ीमती इज़ाफ़ा साबित होगी।

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