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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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सिराज औरंगाबादी

1712 - 1764 | औरंगाबाद, भारत

सूफ़ी शायर, जिनकी मशहूर ग़ज़ल ' ख़बर-ए-तहय्युर-ए-इश्क़ ' बहुत गाई गई है

सूफ़ी शायर, जिनकी मशहूर ग़ज़ल ' ख़बर-ए-तहय्युर-ए-इश्क़ ' बहुत गाई गई है

सिराज औरंगाबादी के ऑडियो

ग़ज़ल

कौन कहता है जफ़ा करते हो तुम

फ़सीह अकमल

ख़बर-ए-तहय्युर-ए-इश्क़ सुन न जुनूँ रहा न परी रही

फ़सीह अकमल

ख़ाक हूँ ए'तिबार की सौगंद

फ़सीह अकमल

जानाँ पे जी निसार हुआ क्या बजा हुआ

फ़सीह अकमल

दिन-ब-दिन अब लुत्फ़ तेरा हम पे कम होने लगा

फ़सीह अकमल

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