Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

बलराज कोमल की 10 मशहूर नज़्में

अग्रणी आधुनिक शायर और

कहानिकार, भारत में आधुनिक उर्दू नज़्म के विकास में महत्वपूर्ण यागदान, पद्मश्री से सम्मानित।

178
Favorite

श्रेणीबद्ध करें

ये ज़र्द बच्चे

घरों की रौनक़

बलराज कोमल

सबा के हाथ पीले हो गए

सबा के हाथ पीले हो गए

बलराज कोमल

विसाल

तेरी क़ुर्बत की लज़्ज़त-ए-शीरीं

बलराज कोमल

जंग

तीरगी में भयानक सदाएँ उठीं

बलराज कोमल

परिंदा

परिंदा आसमाँ की नीलगूँ मेहराब के उस पार जाता है

बलराज कोमल

बुज़दिल

दयार-ए-बर्ग-ए-रा'ना से

बलराज कोमल

एक औरत

वो मौज इक मक़ाम से

बलराज कोमल

परिंदों भरा आसमान

लोग कहते हैं

बलराज कोमल

दीवारें

कहते हैं सब लोग

बलराज कोमल

सालगिरह

दम-ए-उम्र-ए-रवाँ का दायरा

बलराज कोमल

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए