aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
यह उपन्यास पाकिस्तान के राजनीतिक जीवन में टीवी एंकरों की भूमिका को दर्शाता है। इसमें एक काल्पनिक पात्र बी ए रुसतम की कहानी है जो एक टीवी एंकर है। उपन्यास में पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति और नए पाकिस्तान के सपने को विषय बनाया गया है।
Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here