by जयंत परमार baat jo kah na saka by जयंत परमार -1 अतिरिक्त अंक समीक्षा पढ़िए बुक सूची देखें लेखक : जयंत परमार संस्करण संख्या : 001 प्रकाशक : सुख़न कदा, अहमदाबाद मूल : अहमदाबाद, भारत प्रकाशन वर्ष : 2022 भाषा : उर्दू श्रेणियाँ : शाइरी पृष्ठ : 111 ISBN संख्यांक / ISSN संख्यांक : 978-81-903609-0-6 सहयोगी : बज़्म-ए-सदफ इंटरनेशनल समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)
लेखक की अन्य पुस्तकें लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें। पूरा देखिए Antaral 2010 Aur 1999 Giacometti ke Sapne 2016 मानिन्द नज़्म यानी 2013 Nuqta Aur Doosri Nazmein Pencil : Aur Doosri Nazmain 2005 Pencil Aur Doosri Nazmein 2006
लोकप्रिय और ट्रेंडिंग सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ। पूरा देखिए Haqaiq 1978 Akhbar-us-Sanadeed 1918 Pakistani Adab-1990 1991 Gard-e-Rah 1984 Iqbal Nama 1940 Punjab Mein Urdu 1988 Maktubat-e-Hazrat Ali 1981 Lauh-e-Junoon Tareekh Falsafa-e-Siyasiyat Aaj Kal Ke Drame 1999
समीक्षा इस ईबुक की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें और समीक्षाएँ पढ़िए समीक्षा कीजिए समीक्षा कीजिए भेजिए