aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
यह कहानी संग्रह इन मायनों में काफ़ी दिलचस्प हो जाता है कि इस संग्रह के लेखकों की सूची में शामिल तमाम रचनाकारों को बुनियादी तौर पर उर्दू का रचनाकार समझा जाता है परंतु सभी का हिंदी में भी उतना ही बोल बाला है जितना की उर्दू में इस संग्रह की ज्यादातर कहानियाँ उस समय देश के जो भी समसामयिक मुद्दे थे उनके इर्द-गिर्द ही गढ़ी गई हैं जो पाठकों को उस समय के देश के परिवेश को समझने में बहुत मददगार साबित होंगी।
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
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