Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मोहसिन काकोरवी

संपादक : शैख़ अल्लाहा बख़्श गुनाई लाहाैरी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : इस्लामिया स्टीम प्रेस, लाहौर

प्रकाशन वर्ष : 1924

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : क़सीदा, नात

पृष्ठ : 48

सहयोगी : इदारा-ए-अदबियात-ए-उर्दू, हैदराबाद

mukammal guldasta-e-hazrat mohsin kakorvi
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

पुस्तक: परिचय

محسن کاکوروی اردو نعتیہ قصیدہ نگاری کے باب میں خاص اہمیت کے حامل شاعر ہیں۔ محسن کا کمال یہ ہے کہ وہ عقیدت ومحبت کا اظہار کرتے ہوئے قوتِ متخیلہ کو کام میں لاتے ہیں۔ ان کا مشہورنعتیہ قصیدہ 'سمت کاشی سے چلا جانب متھرا بادل' اسی نوع کا قصیدہ ہے۔ جس میں انھوں نے دوتہذیبوں کوپیش کیا ہے ۔ایک طرف کفر و شرک کا زور دکھایا ہے اور دوسری طرف اسلام کا غلبہ جس انداز سے یہ قصیدہ کہا گیا ہے وہ بڑانرالا ہے۔ اس قصیدہ میں ضدین کا اجتماع ہے۔ اسی طرح 'سراپائے رسول اکرم' کے زیرِ عنوان سے محسن کاکوری کا مسدس اردو کی نعتیہ شاعری ہی میں نہیں بلکہ پوری اردو شاعری میں ایک خاص مقام رکھتا ہے۔ پیش نظر محسن کاکوروی کا نعتیہ کلام بعنوان " مکمل گلدستہ حضرت محسن کاکوروی" ہے۔ جس میں مذکورہ خصوصیات کے حامل مشہور لامیہ قصیدہ 'مدیح خیر المرسلین' اور 'سراپائے رسول اکرم' کے علاوہ مثنوی صبح تجلی، نعتیہ رباعیات، اور نظم دل افروز شامل ہے۔

.....और पढ़िए

लेखक: परिचय

इनका तखल्लुस 'मोहसिन काकोरवी' और वास्तविक नाम मोहम्मद हसन है। काकोरी (लखनऊ के पास) में पैदा हुए। इन्होंने शाइरी की शुरुआत ग़ज़लों से की। मगर फिर ज़िंदगी भर नात (पैगम्बर साहब की प्रशंसा में की जाने वाली शाइरी) लिखते रहे। उनका नातिया कसीदा "सक्त-ए-काशी से चला जानिब-ए-मथुरा बादल" बहुत मशहूर हुआ। इसमें उन्होंने ने हिंदू और हिंदोस्तानी प्रतीकों का इस्तेमाल करके नातिया शाइरी को बिल्कुल नई बुनियादों पर स्थापित किया। 

.....और पढ़िए
For any query/comment related to this ebook, please contact us at haidar.ali@rekhta.org

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

लोकप्रिय और ट्रेंडिंग

सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग उर्दू पुस्तकों का पता लगाएँ।

पूरा देखिए

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए