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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : मीर महबूब अली

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मतबा बुरहानिया, हैदराबाद

मूल : हैदराबाद, भारत

भाषा : Urdu

पृष्ठ : 41

सहयोगी : स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी, हैदराबाद

समर्थन : Dentsu (एक CSR पहल)

musaddas musamma be aina-e-ikhlas
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