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वेंटीलेटर पर पड़ी मोहब्बत

मंज़र लतीफ़

वेंटीलेटर पर पड़ी मोहब्बत

मंज़र लतीफ़

MORE BYमंज़र लतीफ़

    मोहब्बत कहने को लफ़्ज़ है मगर

    जिसे तुम समझे वो एहसास था

    कई सदियों से मोहब्बत का सफ़र करता

    मैं आज उसी जगह हूँ जहाँ से चला था

    कई बरस से मेरे घर के दरवाज़े

    तेरी दस्तक के लिए तरस रहे हैं

    और उन को भी किसी की याद की दीमक

    अंदर से खाए जा रही है

    मेरी जाँ हिज्र में इंतिज़ार

    कोई आसाँ बात तो नहीं

    तेरे जाने को आज

    पाँच बरस मुकम्मल होने को हैं

    मगर तेरी चूड़ियों की खनक आज तक

    मेरे कानों में गूँज रही है

    तेरी हिजरत के बा'द मुझे एहसास हुआ

    कि बारिश की आवाज़ में भी इक मौसीक़ी है

    जिसे सुन कर लोगों ने मोहब्बत करना सीखा

    मैं ने चाहा था कि हमारे दरमियाँ इक आख़िरी मुलाक़ात होती जहाँ हम

    लफ़्ज़ों की जगह इक दूसरे की ख़ामोशी को समझते

    मगर इस मुलाक़ात में आठवें बर्र-ए-आज़म से आए

    कुछ अंजान लोग रुकावट बने

    जो यूनानी ख़ुदाओं की ना-जाएज़ औलाद थे

    तुम नहीं जानती तुम्हारी हिजरत के बा'द

    कितने चराग़ों ने ज़हर के प्याले नोश किए

    कितने परिंदों ने गाँव छोड़ दिया

    कितने पहाड़ों को नदियों ने अपनी आग़ोश में ले लिया

    कितनी तितलियों ने अपने रंग ख़ुदा के कैनवस को तोहफ़ा कर दिए

    तो किसी ने तेरी आवाज़ सुनने के लिए

    शहरों के शोर को छोड़ कर

    जंगलों में बसेरा कर लिया

    तेरी हिजरत के बा'द मैं ने ख़ुदा से

    बग़ावत का सोचा तो ख़याल आया

    कि तू भी उसी की तख़्लीक़ है

    मैं ने वीरान शाह-राहों पे रेंगती ख़ामोशी में

    तेरी हिजरत का दुख देखा

    मैं ने बीस हज़ार साल पुराने खंडरात की

    दीवार पर तेरा नाम लिखा पढ़ा तो महसूस हुआ

    तू तो गुज़िश्ता सदियों से लोगों का अरमान रहा

    मैं ने सौ-साला पुराने बरगद के पेड़ से

    तेरी मोहब्बत के क़िस्से सुने तो पता चला

    कि ख़ला-बाज़ चाँद पर ज़िंदगी की

    तलाश में क्यों हैं

    मैं ने पुराने शा'इरों की नज़्मों में

    तेरी हिजरत का दुख महसूस किया

    मैं ने दरगाहों के बाहर बैठे फ़क़ीरों के चेहरों पर

    तेरी हिजरत का ग़म देखा है

    कितने दरख़्त तेरी तलब की मन्नत के धागों से भर गए

    और ज़मीं ने उन्हें अपनी आग़ोश में ले लिया

    ज़लज़लों से बोसीदा घरों के मलबों से

    मिलने वाले ख़ुतूत में

    मैं ने तेरे लिए मोहब्बत भरे जुमले देखे

    मैं ने यूनानी ख़ुदाओं की किताबों में तेरे क़िस्से पढ़े

    तो महसूस हुआ तेरी मोहब्बत की दास्ताँ में

    मेरा किरदार एक टिशू पेपर से ज़ियादा था

    चुनाँचे मैं ने अपनी बीनाई उल्लू को तोहफ़ा की

    अपनी लाचार मोहब्बत को वेंटीलेटर पर छोड़ा

    और जंगल का रुख़ कर लिया

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