कैफ़ी, पंडित बृजमोहन दत्तात्रेय (1866-1955) देहली के एक सम्मानित कश्मीरी पंडित घराने में पैदा हुए। जैसा दस्तूर था, ता’लीम की शुरुआ’त अ’रबी, फ़ारसी से हुई। अंग्रेज़ी सेंट स्टीफेंस कालेज में पढ़ी। हिंदी और संस्कृत भी जानते थे। मौलाना ‘हाली’ शाइ’री में उनके उ’स्ताद थे। अंजुमन तरक़्क़ी-ए-उर्दू से उनका गहरा संबंध रहा।