बह्र, शेख़ इमदाद अ’ली(1810-1878)लखनऊ के बाशिंदे और लखनवी शाइ’री की पहचान, ‘नासिख़’, के शागिर्द। भाषा और छंद विघान के विद्वान थे। कुछ दिन रामपुर में रहे। अफ़ीम का शौक़ था। ज़िंदगी में बिखराव बहुत था, इस लिए अपनी शाइ’री यकजा नहीं रखी। दीवान मौत के बा’द संकलित और प्रकाशित हुआ।