aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Mohsin Kakorvi's Photo'

मोहसिन काकोरवी

1825 - 1905

मोहसिन काकोरवी

अशआर 4

दामन से वो पोंछता है आँसू

रोने का कुछ आज ही मज़ा है

  • शेयर कीजिए

देखिए होगा श्री-कृष्ण का दर्शन क्यूँ-कर

सीना-ए-तंग में दिल गोपियों का है बेकल

  • शेयर कीजिए

राखियाँ ले के सिलोनों की बरहमन निकलें

तार बारिश का तो टूटे कोई साअत कोई पल

  • शेयर कीजिए

सुना है मोहतसिब भी ताक में है दुख़्तर-ए-रज़ की

इलाही रख ले तू हुर्मत शराब-ए-अर्ग़वानी की

  • शेयर कीजिए

क़सीदा 1

 

नअत 1

 

पुस्तकें 28

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए